दिल्ली : फेडकुटा के राष्ट्रीय सचिव बनने पर प्रो तीर्थंकर का अभिनंदन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


रविवार, 2 नवंबर 2025

दिल्ली : फेडकुटा के राष्ट्रीय सचिव बनने पर प्रो तीर्थंकर का अभिनंदन

Prof-tirthkar
नई दिल्ली (रजनीश के झा)। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के सचिव और हिंदू कालेज में आचार्य प्रो बिमलेंदु तीर्थंकर को फेडकुटा के सचिव बन जाने पर अभिनंदन किया गया। प्रो तीर्थंकर शिक्षकों के अखिल भारतीय संगठन फेडरेशन ऑफ सेंट्रल यूनिवर्सिटीज टीचर्स के राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किए गए हैं। वेंकटेश्वर कालेज के प्रो रामकिशोर यादव ने बताया कि शिक्षक हित में सदैव संघर्षरत रहे प्रो तीर्थंकर के व्यक्तित्व में अकादमिक योग्यता और संगठनधर्मिता का अपूर्व समन्वय है। श्यामलाल कालेज के प्रो समरेंद्र कुमार ने व्यावसायिकता के खतरों के बीच उच्च शिक्षा को बचाने के लिए प्रयासरत रहने वाले शिक्षक नेताओं में तीर्थंकर की भूमिका की सराहना की। राजधानी कालेज के प्रो राजेश झा ने कहा कि प्रो तीर्थंकर ने लगातार दूसरी बार दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव जीतकर शिक्षक समुदाय में गहरी विश्वसनीयता अर्जित की है जिसका सुपरिणाम फेडकुटा का दायित्व है। प्रो तीर्थंकर को अग्रसेन कालेज के प्रो टी एन ओझा, आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज के डॉ प्रेमचंद, राजधानी कालेज के डॉ आनंद प्रकाश, हिंदू कालेज की प्रो सीमा दास, प्रो रचना सिंह, डॉ पल्लव , डॉ नीलम सिंह सहित अनेक शिक्षकों ने शुभकामनाएं और बधाई दी। प्रो तीर्थंकर ने शुभकामनाओं और बधाई को स्वीकारते हुए कहा कि उनके प्रति दर्शाए गए विश्वास को बनाए रखने के लिए वे हर संभव प्रयत्न करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के पवित्र परिसर में व्यावसायिकता और दोहरे आचरण के लिए कोई स्थान नहीं है। ज्ञातव्य है कि देश के प्रतिष्ठित हिंदू कालेज में लगभग दो दशकों से अध्यापन कर रहे प्रो तीर्थंकर ने पटना विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा अर्जित कर शिक्षक आंदोलन में निरंतर अपना योगदान किया है। वे हिंदी के अध्येता और आलोचक भी हैं जिनके आलेखों का प्रकाशन उच्च स्तरीय पत्रिकाओं में होता रहा है। भक्तिकाल और सिनेमा के विशेषज्ञ प्रो तीर्थंकर का जुड़ाव इग्नू से भी बना हुआ है।

कोई टिप्पणी नहीं: