पटना (रजनीश के झा)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 01 नवंबर 2025 को जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती को समर्पित था। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास, निदेशक ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. एस. कुमार, पूर्व प्रमुख, एफएसआरसीएचपीआर, रांची उपस्थित रहे। अपने उद्घाटन संबोधन में डॉ. अनुप दास ने कहा कि जनजातीय जीवनशैली विविध, सशक्त और प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि हमारा संस्थान जनजातीय विकास के लिए प्रयास और कौशल से किसान समृद्धि जैसी योजनाओं के माध्यम से सतत कार्य कर रहा है। उन्होंने सभी वैज्ञानिकों और कर्मचारियों से पखवाड़े को सार्थक बनाने का आह्वान किया। डॉ. एस. कुमार ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन और संघर्ष को याद करते हुए कहा कि आदिवासी समुदाय वर्षा आधारित खेती और जैव विविधता संरक्षण के प्रतीक हैं, जिनसे हमें बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है। इस अवसर पर पटना मुख्यालय से डॉ. उज्ज्वल कुमार व डॉ. आशुतोष उपाध्याय तथा रांची केंद्र से डॉ. ए. के. सिंह और डॉ. वी.के. यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जनजातीय कृषक श्री डॉमिनिक ओरांव ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पारंपरिक खेती और इको-टूरिज्म जनजातीय आजीविका को सशक्त बना सकते हैं।
शनिवार, 1 नवंबर 2025
पटना : भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जनजातीय गौरव पखवाड़ा का शुभारंभ
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