- पर्यटकों की भीड़ का फायदा उठा रहा गिरोह, मुंबई से आई युवती का आई फोन उचक्कों ने उड़ाया
स्थानीय दुकानदारों और घाट पर नियमित आने वाले लोगों का आरोप है कि यह कोई एक-दो चोर नहीं बल्कि संगठित गिरोह है, जो रोजाना 4 से 6 मोबाइल चोरी करता है। नववर्ष के मौके पर घाटों पर भारी भीड़ रहती है, लेकिन पुलिस गश्त न के बराबर है। इससे चोरों के हौसले और बुलंद हो गए हैं। घाट के आसपास दुकानों और होटलों में सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं और कुछ फुटेज में संदिग्ध कैद भी हुए हैं, लेकिन जब जांच के दौरान पुलिस ने होटल और दुकानदारों से पूछताछ की तो कई जगहों पर यह कहकर पल्ला झाड़ लिया गया कि जिस एंगल पर घटना हुई, वहां का कैमरा खराब है। इससे यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या कैमरे सिर्फ दिखावे के लिए लगे हैं? स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि कुछ चोर पर्यटक या अस्थायी किरायेदार बनकर इलाके में रहते हैं और भीड़भाड़ के समय वारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं। अस्सी घाट जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल पर लगातार हो रही चोरी की घटनाएं प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही हैं।
पुलिस का वर्जन
पुलिस का कहना है कि पीडित्र द्वारा शिकायत किए जाने पर घटना की सूचना दर्ज कर ली जाती है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्धों की पहचान की जा रही है। नववर्ष को देखते हुए भीड़भाड़ वाले इलाकों में गश्त बढ़ाई जाएगी और मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पर्यटक अलर्ट अपील
घाटों पर भीड़ में मोबाइल हाथ में लेकर न चलें
पर्स और मोबाइल सुरक्षित जेब या बैग में रखें
संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत 112 या नजदीकी पुलिस चौकी को सूचना दें
मोबाइल चोरी होने पर तुरंत पुलिस को जानकारी दें और प्डम्प् नंबर उपलब्ध कराएं

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