सीहोर : शहर में श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 25 दिसंबर 2025

सीहोर : शहर में श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ

  • जिस दौलत से अहम झलके, उसे फौरन त्याग दो : संत गोविन्द जाने

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सीहोर। जिस दौलत से अहम झलके, उसे फौरन त्याग दो, वह धन या संपत्ति जो किसी व्यक्ति में अहंकार पैदा करती है, उसे तुरंत छोड़ देना चाहिए, जो संपत्ति तुम्हें विनम्र बनाए उस धन से आपका वैभव हो सकता है। पांच विकार का धन बताया गया है। इसमें भगवान के नाम का स्मरण, अच्छे विचार का धन यह धन वो धन होता है, जिसके पास होता है, उसके पास लोगों का मेला लगा रहता है, जिसके पास अच्छे विचार है और श्रेष्ठ विचार है उनके पास आने वाला सुखी हो जाता हे, इसी प्रकार भजन करने का धन भी श्रेष्ठ है। उक्त विचार शहर के बस स्टैंड के समीपस्थ सिंधी कालोनी में जारी श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ के दूसरे दिन संत श्री गोविन्द जाने ने कहे। सिंधी कालोनी में हर साल की तरह इस साल भी गोदन सरकार हनुमान मंदिर सेवा समिति के तत्वाधान में किया जा रहा है।


कथा के दूसरे दिन उन्होंने कहाकि घर में धर्म को धारण करने का माध्यम है धर्म पत्नी जिसके धार्मिक कार्य के कारण विनाश नहीं होता है। हमारी वाणी में विनय होना चाहिए। लोग छोटी-छोटी बातों को भी बड़ा कर लेते हैं। कई वर्षों तक उसको अपने जहन में छुपाए रखते हैं, पर क्या आपको पता है कि दूसरा जन्म में भी मनुष्य का ही होगा। हम जो यहां पर व्यवहार करेंगे, उसका प्रभाव हमारी पीढ़ियों पर पड़ता है। इसलिए हमेशा द्वेष भाव छोड़कर दुश्मनों को भी मित्र बनाने की क्षमता होनी चाहिए। वैष्णव जन वह होता है जो खाने से पहले विचार करता है। विचार करता है कि गो माता को भोजन के लिए क्या खिलाया जाए। विचार करता है कि मेरी थाली में अच्छा भोजन है, परंतु कई घरों में गरीब के बच्चे रूखी-सूखी या आधी खाकर ही दिन निकाल रहे हैं। जब हमारे मन में करुणा भाव से किसी दूसरे व्यक्तित्व को खाने के बारे में सोचते हैं, तो हमारे अंदर से विष्णु जागृत होता है हमारी कथा सुनने का मार्ग सिद्ध हो जाता है और जीवन सार्थक होता है। आयोजन समिति ने बताया कि भागवत कथा आगामी 30 दिसंबर तक शहर के सिंधी कालोनी स्थित मैदान में दोपहर बारह बजे से तीन बजे तक जारी रहेगी। समिति ने सभी क्षेत्रवासियों से कथा का श्रवण करने की अपील की। 

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