दिल्ली के शिक्षा निदेशालय की खेल शाखा से जुड़े अधिकारियों ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की है। अधिकारियों के अनुसार, खिलाड़ियों को नियमित प्रशिक्षण, आधुनिक सुविधाएं और प्रतियोगिताओं में भागीदारी के अवसर उपलब्ध कराना इस जीत का मजबूत आधार बना। खेल शाखा के निदेशक, अतिरिक्त निदेशक और उप निदेशक (खेल) के मार्गदर्शन में तैयार की गई प्रशिक्षण योजना ने खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया और परिणाम सामने आया। इस उपलब्धि में दिल्ली टीम के कोचों और प्रबंधकों की भूमिका भी अहम रही। कोचिंग स्टाफ ने तकनीकी बारीकियों, रणनीति और मानसिक तैयारी पर विशेष ध्यान दिया। प्रतियोगिता से पहले और दौरान खिलाड़ियों का निरंतर मार्गदर्शन किया गया, जिससे दबाव के क्षणों में भी प्रदर्शन प्रभावित नहीं हुआ। टीम प्रबंधन का मानना है कि यह स्वर्ण पदक पूरी टीम की सामूहिक मेहनत का नतीजा है। भव्या बजाज की इस जीत से पूरी दिल्ली टीम में उत्साह का माहौल है। अन्य खिलाड़ी भी आने वाली स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित हुए हैं। खेल विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूल स्तर पर ऐसे प्रदर्शन भविष्य के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की नींव रखते हैं। ग्वालियर में दिल्ली की यह स्वर्णिम शुरुआत आने वाले दिनों में और पदकों की उम्मीद जगा रही है।
नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय)। दिल्ली की प्रतिभाशाली खिलाड़ी भव्या बजाज ने अंडर-17 बालिका रोलर स्केटिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर राजधानी का नाम रोशन किया है। स्कुल गेम्स फडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित 69वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों में इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही दिल्ली ने प्रतियोगिता में अपना पदक खाता खोला और खेलों की शुरुआत स्वर्णिम अंदाज़ में की। यह उपलब्धि न केवल भव्या बजाज की व्यक्तिगत मेहनत और अनुशासन का परिणाम है, बल्कि दिल्ली के स्कूल खेल ढांचे, प्रशिक्षकों और खेल प्रशासन के समन्वित प्रयासों को भी दर्शाती है। नेशनल स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में आयोजित 69वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों में देशभर से आए हजारों युवा खिलाड़ी विभिन्न खेल विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। रोलर स्केटिंग जैसी तकनीकी, संतुलन और गति आधारित स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल करना आसान नहीं होता। कड़े मुकाबलों के बीच भव्या बजाज ने सटीक तकनीक, बेहतरीन संतुलन और मानसिक दृढ़ता का परिचय देते हुए फाइनल रेस में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

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