- खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में स्वदेशी की चमक, पहले ही दिन 18 लाख की बिक्री
यह प्रदर्शनी सिर्फ खरीदारी का मंच नहीं, बल्कि ग्रामीण उद्यमियों को बाजार से जोड़ने की गंभीर पहल है। जब गांव का उत्पाद शहर के बाजार में सम्मान पाता है, तभी आत्मनिर्भर भारत की नींव मजबूत होती है। ऐसे आयोजन न केवल रोजगार बढ़ाते हैं, बल्कि पलायन रोकने और ग्रामीण जीवन को सशक्त बनाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी यह याद दिलाती है कि विकास की दौड़ में अगर गांव मजबूत हैं, तो देश मजबूत है। स्वदेशी की यह अलख, अगर जन-जन तक पहुंचे, तो खादी केवल कपड़ा नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनकर देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकती है। इस अवसर पर एपी जायसवाल सेवानिवृत निदेशक खादी ग्रामोद्योग आयोग, वीके सिंह सेवानिवृत सहायक निदेशक खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, डीएस पाण्डेय ज्येष्ठ लेखा परीक्षक, राकेश मोहन गुप्ता ज्येष्ठ लेखा परीक्षक, विनोद कुमार सिंह जिला ग्रामोद्योग अधिकारी जौनपुर, श्रीमती अमिता श्रीवास्तव जिला ग्रामोद्योग अधिकारी गाजीपुर, गिरजा प्रसाद जिला ग्रामोद्योग अधिकारी चंदौली, अमितेश कुमार सिंह जिला ग्रामोद्योग अधिकारी मिर्जापुर और दूर दराज से आए हुए उद्यमी एवं वाराणसी की जनता उपस्थित रहे। प्रदर्शनी में आज मां मुंडेश्वरी म्यूजिक वाराणसी द्वारा स्वागत संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यूपी सिंह ने सभी आगन्तुकों का आभार प्रकट करते हुए कहा, प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के उद्यमियों को बाजार उपलब्ध कराने के साथ विपणन में सहायता व बिक्री के लिए प्रोत्साहित किया जाना है।

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