वाराणसी : अल्पसंख्यक देश की मजबूती, विकास में सहभागिता अनिवार्य - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 18 दिसंबर 2025

वाराणसी : अल्पसंख्यक देश की मजबूती, विकास में सहभागिता अनिवार्य

  • शिक्षा से सशक्त होगा अल्पसंख्यक समाज : सरवर सिद्दीकी
  • मदरसा शिक्षा को आधुनिकता से जोड़ने पर जोर, छात्रों से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील

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वाराणसी/भदोही (सुरेश गांधी)। अल्पसंख्यक दिवस के अवसर पर गुरुवार को मदरसा अरबिया मदीनतूल इल्म, पीरखापुर (भदोही) में आयोजित कार्यक्रम में मदरसा के अध्यापक, छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश एवं भाजपा नेता सरवर सिद्दीकी ने अल्पसंख्यक समाज की भूमिका, अधिकार और दायित्वों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज भारत की सांस्कृतिक विविधता की ताकत है और देश की प्रगति में उसकी सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। शिक्षा ही वह माध्यम है, जिसके जरिए अल्पसंख्यक समाज आत्मनिर्भर बन सकता है और मुख्यधारा में सशक्त भूमिका निभा सकता है।


शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी

श्री सिद्दीकी ने कहा कि मदरसे केवल धार्मिक शिक्षा तक सीमित न रहें, बल्कि आधुनिक, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा से भी जुड़ें, ताकि छात्र-छात्राएं समय की मांग के अनुसार स्वयं को तैयार कर सकें। उन्होंने कहा कि सरकार अल्पसंख्यक छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, कौशल विकास और स्वरोजगार से जुड़ी अनेक योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ समाज को अवश्य उठाना चाहिए।


सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें

पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की मंशा है कि सरकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। अल्पसंख्यक समाज के युवाओं को चाहिए कि वे शिक्षा, कौशल और मेहनत के बल पर आगे बढ़ें और राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनें।


छात्रों को दी प्रेरणा

उन्होंने छात्रों और छात्राओं से आह्वान किया कि वे अनुशासन, परिश्रम और सकारात्मक सोच के साथ पढ़ाई करें। देश को आगे बढ़ाने में युवाओं की भूमिका सबसे अहम है और अल्पसंख्यक समाज का युवा भी इस जिम्मेदारी से पीछे नहीं है। कार्यक्रम के अंत में मदरसा प्रधानाचार्य हसीन सिद्दीकी एवं प्रबंधन द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। अल्पसंख्यक दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता, शिक्षा और विकास के संदेश के साथ संपन्न हुआ।

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