दिन में बारह बजे जैसे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई विपक्ष के लगभग सभी सदस्य एक साथ खड़े होकर नारेबाजी करने लगे और लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के निकट पहुंचकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. इस शोर-शराबे और हंगामें के बीच सरकार ने लोकसभा में तीन विधेयक पेश किये. सत्ता पक्ष ने बिना बहस करवाये इन तीनों को पारित करवा लिया.
इससे पहले आज सुबह वाम दलों, समाजवादी पार्टी और राजद के सदस्य सदन के बाहर धरने पर बैठे. ये सभी सांसद अपने हाथों में तख्तियां लिये हुये थे जिनपर सरकार विरोधी नारे लिखे हुये थे.
सत्ताधारी कांग्रेस ने दलील दी की राज्य सरकारें जमाखोरों के खिलाफ कार्यवाही करने में नाकाम रही हैं इसलिये महंगाई बढ़ रही है. कांग्रेस ने विपक्षी दलों के इस आरोप को भी खारिज किया कि सरकार इस अहम मुद्दे पर चर्चा से बचने की कोशिश कर रही है.
भाजपा नेता रविशंकर ने कहा कि केंद्र की गलत नीतियों की वजह से मंहगाई बढ़ी है और इस पर रोक लगाने में नाकाम केंद्र सरकार अब राज्यों पर इसका दोष मढ़ने की कोशिश कर रही है.
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने कहा कि वो जनता के बीच में इस मुद्दे को उठायेंगे.
1 टिप्पणी:
हंगामा ही मेरा मकसद है यारों ...तो क्या हुआ तो संसद ही मिला मकसद के लिए ..
इन्हें कौन सा किसी महंगाई से फ़र्क पडना है ..हां हल्ला करने का बहाना जरूर मिल गया है
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