बटालियन के जवानों ने उसके कब्जे से हथियार और गोला बारूद के साथ ही बम बनाने का कच्चा सामान भी बरामद किया। उसके साथ बांग्लादेश में झोनीघाटी के बंकाकुरा के आदिवासी प्रदीप माकर को भी गिरफ्तार किया गया है। बटालियन के कमांडर सोहेल ने बटालियन के मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि खुफिया सूचना मिली थी कि किशोरगंज के भैरब उप जिला में भारतीय सीमा से लगे इलाकों में कई लोग अवैध रूप से बसे हैं। उन्होंने बताया कि इसी सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई में उल्फा के प्रमुख नेता रंजन तथा उसके बांग्लादेशी साथी प्रदीप को शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया।
रंजन ने बताया कि वह असम के धुबरी जिले के गौरीपुर का रहने वाला है और वह 1988 से उल्फा के लिए काम कर रहा है। हथियारों का प्रशिक्षण प्राप्त कर उसे 1995 में संगठन ने धुबरी जिले का महा सचिव बनाया। उसे असम सरकार ने गिरफ्तार भी किया लेकिन बाद में वह रिहा हो गया।

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