वाशिंगटन। अमरीका ने कहा है कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की बैठक में चीन द्वारा पाकिस्तान को दो परमाणु रिएक्टर बेचने के खिलाफ मत देगा, ताकि इस विवादास्पद करार को निरस्त करने के लिए दबाव बनाया जा सके। ओबामा प्रशासन के उच्चा अधिकारी ने चीन द्वारा पाकिस्तान को दो परमाणु रिएक्टर बेचने संबंधी ताजा फैसले का विरोध करने की जानकारी देते हुए सांसदों से कहा कि चीन-पाक का यह करार जब परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह के समक्ष आएगा तो वाशिंगटन इसके खिलाफ वोट करेगा। ओबामा प्रशासन का यह बयान विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की हाल की इस्लामाबाद यात्रा के दौरान दिए गए इस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को अमरीका के साथ मिलकर नागरिक परमाणु ऊर्जा पर काम करने को कहा था। अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा का प्रभार देख रहे सहायक विदेश मंत्री वॉन एच वेन डिपेन ने एक सांसद एड रॉयस को बताया कि गाइडलाइन के से हटकर किसी गतिविधि का वे समर्थन नहीं कर सकते। डिपेन संसद की विदेशी मामलों की कमेटी की ओर से की जा रही सुनवाई के दौरान सांसदों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। हाउस इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष रॉयस ने चीन-पाक परमाणु करार के संबंध में ओबामा प्रशासन के रूख के बारे में सवाल किया था। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि अमरीका चीन के पाकिस्तान को दो परमाणु रिएक्टर बेचने संबंधी किसी भी छूट पर के खिलाफ वोट करेगा। हालांकि एनएसजी आम सहति से फैसला लेती है, लेकिन उसके सदस्य कानूनी रूप से इसके लिए बंधे हुए नहीं हैं।
शनिवार, 24 जुलाई 2010
अमेरिका चीन का परमाणु रिएक्टर बेचने के खिलाफ !!
वाशिंगटन। अमरीका ने कहा है कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की बैठक में चीन द्वारा पाकिस्तान को दो परमाणु रिएक्टर बेचने के खिलाफ मत देगा, ताकि इस विवादास्पद करार को निरस्त करने के लिए दबाव बनाया जा सके। ओबामा प्रशासन के उच्चा अधिकारी ने चीन द्वारा पाकिस्तान को दो परमाणु रिएक्टर बेचने संबंधी ताजा फैसले का विरोध करने की जानकारी देते हुए सांसदों से कहा कि चीन-पाक का यह करार जब परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह के समक्ष आएगा तो वाशिंगटन इसके खिलाफ वोट करेगा। ओबामा प्रशासन का यह बयान विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की हाल की इस्लामाबाद यात्रा के दौरान दिए गए इस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को अमरीका के साथ मिलकर नागरिक परमाणु ऊर्जा पर काम करने को कहा था। अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा का प्रभार देख रहे सहायक विदेश मंत्री वॉन एच वेन डिपेन ने एक सांसद एड रॉयस को बताया कि गाइडलाइन के से हटकर किसी गतिविधि का वे समर्थन नहीं कर सकते। डिपेन संसद की विदेशी मामलों की कमेटी की ओर से की जा रही सुनवाई के दौरान सांसदों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। हाउस इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष रॉयस ने चीन-पाक परमाणु करार के संबंध में ओबामा प्रशासन के रूख के बारे में सवाल किया था। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि अमरीका चीन के पाकिस्तान को दो परमाणु रिएक्टर बेचने संबंधी किसी भी छूट पर के खिलाफ वोट करेगा। हालांकि एनएसजी आम सहति से फैसला लेती है, लेकिन उसके सदस्य कानूनी रूप से इसके लिए बंधे हुए नहीं हैं।
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