सोशल साइट के तौर पर ट्विटर इतनी हिट हो चुकी है कि एक शख्स ने इस पर मदद मांग माँग कर पूरी दुनिया की सैर कर ली और वह भी मुफ्त में यह अनोखा कारनामन कर दिखाया में पॉल न्यू यॉर्क में हनीमून मनाकर लौटे थे। छुट्टियों से लौटे पॉल का मन काम पर जाने का नहीं था तभी उन्हें यह आइडिया आया। फिर क्या था अपने सैर सपाटे का खर्च उठाने के लिए उन्होंने चुना ट्विटर के आठ करोड़ यूजर्स को। बस पॉल ने अपने इरादों को ट्विटर पर पोस्ट कर दिया और लोगों से सहायता की अपील की। पॉल का मकसद था कि 30 दिन के सफर में वह न्यू ज़ीलैंड के तट से 200 मील दूर कैंपबेल आइलैंड तक जा पहुंचें। उनका यह ट्रैवल प्लान बनाने में उनकी वाइफ जेन पूरी मदद की।
शुरू में पॉल को कोई खास कामयाबी नहीं मिली लेकिन एक दिन एक ट्वीटर (ट्विटर यूजर) स्टीफन फ्राई ने उनके मेसेज को पढ़ा और अपने फॉलोअर्स को उनके बारे में बताया। जल्द ही एक दूसरी ट्वीटर लियान ने न्यू कैसल से नीदरलैंड की राजधानी ऐम्स्टरडैम तक के लिए शिप की टिकट ऑफर की। इसके बाद पॉल ने दो फ्रेंच ट्वीटर्स की मदद से पैरिस के लिए ट्रेन पकड़ी। वहां पॉल ने एक हॉस्टल में आराम किया। इसके बाद एक जर्मन मददगार एंड्रिया जुकैम ने उन्हें पिक किया और फ्रेंकफर्ट तक पहुंचाया।
एक ट्वीटर ओवन की बदौलत पॉल ने काफी जल्दी अटलांटिक सागर पार किया। ओवन ने फ्रेंकफर्ट से न्यू यॉर्क के लिए वन वे टिकट दिया था। न्यू यॉर्क पहुंचकर एक स्थानीय ट्वीटर मार्क ने अपने होटल के एक रूम में पॉल को ठहरने दिया। अमेरिका पहुंचकर ट्विटर की ही बदौलत पॉल ने खूब मौजमस्ती की। टेक्सस में टीवी ब्रेकफास्ट शो गुड मॉर्निंग अमेरिका पर पॉल का इंटरव्यू आया। इस तरह अपनी सैर के 23वें दिन एयर न्यू जीलैंड के मालिकों ने पॉल को लॉस ऐंजिलिस से ऑकलैंड की फ्लाइट में बिठा दिया। अंत में पॉल एक मछली पकड़ने वाली नाव के मालिक की सहायता से कैंपबेल द्वीप पर जा पहुंचे। वैसे पॉल की घर वापसी ज्यादा आसान रही क्योंकि एयर न्यू जीलैंड ने उन्हें ब्रिटेन का टिकट मुहैया कराया। बहरहाल पॉल अब अपने अनुभव पर किताब लिखने वाले हैं। उनका कहना है, लोग मेरी सहायता करने के लिए उमड़ रहे थे। मेरा एक भी खराब अनुभव नहीं रहा। इस ट्रिप ने मेरे इस विश्वास को और पुख्ता कर दिया है कि दुनिया में बहुत से अच्छे लोग हैं।
मंगलवार, 3 अगस्त 2010
ट्विटर के जरिये दुनिया की सैर !!
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