चुनावी दहलीज पर खड़े बिहार में भाजपा ने नाराज प्रदेश अध्यक्ष सीपी ठाकुर को मना लिया गया है। बांकीपुर से उम्मीदवारी की आशा लगाए बैठे उनके पुत्र विवेक ठाकुर अब विधान परिषद में आएंगे। जबकि बिक्रम सीट पर घोषित उम्मीदवार की जगह सीपी ठाकुर का कोई चहेता उम्मीदवार होगा। अपनी स्थिति संभालने के बाद ठाकुर नागपुर के लिए रवाना हो गए हैं, जहां पर उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात होगी। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार चयन में राय न लिये जाने से बिफरे ठाकुर ने शुक्रवार को इस्तीफा देकर पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी। गौरतलब है कि 12 दिन बाद बिहार के पहले चरण का मतदान होना है। ऐसे में ठाकुर के इस्तीफे की पेशकश के बाद पार्टी के अंदर की खींचतान सार्वजनिक हो गई। वहीं पार्टी के लिए उनका इस्तीफा स्वीकार करना भी आसान नहीं था। हालांकि कुछ खेमों से गिरिराज सिंह का नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए उछालकर दबाव बनाने की कोशिश की गई।
स्थिति को संभालने की कोशिश में ठाकुर के पुत्र को एमएलसी बनाने का आश्वासन दिया गया, जबकि बिक्रम सीट उनके हवाले कर दी गई है। गौरतलब है कि बिक्रम सीट पर भाजपा ने तीन दिन पहले उम्मीदवार घोषित कर दिया है। लेकिन अब यह ठाकुर पर निर्भर करेगा कि वहां से भाजपा की लड़ाई कौन लड़ेगा। इन कदमों से अब ठाकुर संतुष्ट हो गए हैं। साफ है कि इस्तीफे की बात अब खत्म हो गई है। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने ठाकुर से बात कर उन्हें नागपुर बुलाया। शनिवार की शाम दिल्ली पहुंचे ठाकुर नागपुर रवाना हो गए। उससे पहले वह यह संकेत भी देते गए कि पद पर बने रहेंगे। हालांकि अभी कुछ सवाल हैं जिन्हें लेकर वह नेतृत्व से स्पष्ट संकेत चाहते हैं। बहरहाल यह तय हो गया है कि ठाकुर फिलहाल बिहार भाजपा अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें