लोगों को इस मैच का इस कदर बेताबी से इंतज़ार है कि सारे टिकट बिक चुके हैं। पहले मैच में मलेशिया को हराने वाली भारतीय टीम दूसरे मैच में विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया से 5-2 से हार गई। वहीं पाकिस्तान ने पहले मैच में स्कॉटलैंड को 3-0 से हराया और शनिवार को बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 1-0 से जीत दर्ज करने दी।
ऑस्ट्रेलिया पूल ए से सेमीफाइनल में पहुंच चुका है। अब भारत को हर हालत में पाकिस्तान को हराना होगा। दूसरी ओर मैच ड्रा रहने पर बेहतर गोल औसत के आधार पर पाकिस्तान अंतिम चार में पहुंच जाएगा। भारतीय कोच जोस ब्रासा ने स्वीकार किया कि टीम को कई पहलुओं पर मेहनत करनी होगी। भारत ने पहले दो मैचों में कई पेनल्टी कार्नर गंवाए।
ब्रासा ने कहा कि हमें विरोधी टीमों को गोल तोहफे में देने की आदत से बाज़ आना होगा। पेनल्टी कॉर्नर तब्दीली का यही आलम रहा तो जीतना मुश्किल होगा। हमें कई पहलुओं पर मेहनत करनी होगी। भारतीय टीम को मनोवैज्ञानिक फायदा यह होगा कि इसी मैदान पर उसने फरवरी मार्च में विश्वकप के पहले मैच में पाकिस्तान को 4-1 से रौंदा था।
पाकिस्तानी कप्तान जीशान अशरफ ने हालांकि इस बात से इंकार किया कि उनकी टीम अतिरिक्त दबाव में होगी। उन्होंने कहा कि विश्वकप पुरानी बात हो चुकी है और रविवार का मैच नया है। हमने विश्वकप की गलतियों से सबक लेकर अच्छी तैयारी की है। उम्मीद है कि हम बेहतर प्रदर्शन करके भारत को हराने में कामयाब रहेंगे।
पाकिस्तान के लिए अच्छी बात युवा गोलकीपर इमरान शाह का शानदार फॉर्म है जिसने ऑस्ट्रेलिया के चार शर्तिया गोल बचाए। इसके अलावा अनुभवी स्ट्राइकर शकील अब्बासी, रेहान बट्ट और युवा खिलाड़ी मोहम्मद वकास, अब्दुल हसीम अच्छे फॉर्म में हैं।
भारतीय फॉरवर्ड पंक्ति ने पिछले दो मैचों में अच्छे मूव तो बनाए लेकिन डी के भीतर उन्हें फिनिश नहीं कर सके। कप्तान राजपाल सिंह का मानना है कि टीम को फिटनेस के स्तर में सुधार करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें पूरे 70 मिनट उसी स्टेमिना के साथ खेलना होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें