भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि बिहार की स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र को बचाना है तो राजनीतिक दलों को पूंजीपतियों के चंदे से बचना होगा। बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान मंगलवार को मोतिहारी में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। आडवाणी ने इस दौरान कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर निशाना साधते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि राजद शासनकाल के 15 वर्ष और पिछले पांच वर्ष की तुलना की जाए। उन्होंने कहा कि 15 वषरें के राजद के शासनकाल में बिहार में जो अराजकता की स्थिति बनी थी उससे पूरा बिहार बदनाम हो गया था। परंतु आज जब बाहर के लोग आते हैं तो उन्हें बिहार में बदलाव नजर आता है।उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं है। देर-सबेर दोनों एक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछली राजद सरकार में भी कांग्रेस की सहभागिता थी। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे शासन की उपलब्धियों के आधार पर वोट दें।
उन्होंने राजनीति में बढ़ रहे परिवारवाद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आज भाजपा और जनता दल (युनाइटेड) को छोड़ सभी पार्टियों में परिवारवाद का साया पड़ा है। उन्होंने नीतीश को योग्य व्यक्ति बताते हुए कहा कि मतदाता को तय करना है कि आज यहां अराजक सरकार हो या कानून की सरकार।
मोतिहारी में सोमवार को कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी एक चुनावी सभा को संबोधित किया था। आडवाणी मगंलवार को मोतिहारी के अलावा मुजफ्फरपुर और दरभंगा में चुनावी सभाओं को संबोधित करने के लिए बिहार के दौरे पर हैं।
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