योगगुरु स्वामी रामदेव ने बुधवार को कहा कि देश को दुर्गति से बचाने के लिए उनका राजनैतिक संगठन अगले दो-तीन वर्षों में मूर्त रूप ले लेगा। संभवत: तभी उनके उन विचारों को फलीभूत किया जा सकेगा जिनके कारण देश को भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन दिया जा सकता है। वह वृन्दावन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए हुए थे।उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि देश में फैले भ्रष्टाचार तथा सरकारी धन के लूटमार को तभी रोका जा सकता है जबकि उनके खिलाफ कड़े कानून बनाए जाएं और जब सरकार में बैठे लोग खुद भी दोषी हैं तो वे क्यों ऐसे कानून बनाएंगे, इसलिए जरूरी है कि उनका कोई विकल्प खड़ा किया जाए। स्वामी रामदेव ने कहा कि वे खुद किसी चुनाव में खड़े नहीं होंगे किन्तु इस युद्ध में कृष्ण की भूमिका जरूर निभाएंगे। उन्होंने अगले आम चुनाव में अपना दल बनाने का मन बना लिया है। उन्होंने स्वयं राजनीति में आने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि महाभारत में जो भूमिका भगवान कृष्ण ने निभाई थी वही वह भी निभाएंगे। राजनीति से पूरी तरह दूर रहते हुए देश के राजनीतिक वातावरण को शुद्ध करने का प्रयास करेंगे। बाबा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस महासचिव व प्रधानमंत्री को तीन सुझाव दिए थे। जिनमें बड़े नोटों का चलन बंद करना, भ्रष्टाचारियों को फांसी का दण्ड तथा स्विट्जरलैण्ड तथा अन्य कई देशों की बैंकों में कथित रूप से जमा धन वापस लाया जाना शामिल था। उन्होंने कहा कि इन व्यवस्थाओं को लागू करने के लिए नए कानून बनाने की जरूरत है और वर्तमान दल इस कार्य के लिए राजी नहीं है, इसीलिए एक नए राजनैतिक दल का गठन अपेक्षित हो गया है।
1 टिप्पणी:
baba ji aap nya sagthan bano pura hindustan aapke satha hai
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