हाउसिंग लोन घोटाले को लेकर सीबीआई ने बुधवार को एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के सीईओ आरआर नायर को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने करीब एक हजार करोड़ रूपए के इस घोटाले को लेकर कंपनी के जयपुर, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और जालंधर स्थित दफ्तरों पर छापे मारे। एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर आरोप है कि रिटेल ग्राहकों की बजाय कंपनी ने कंपनियों को कर्ज मुहैया कराया। सीबीआई ने इस घोटाले को लेकर मुंबई में पांच केस भी दर्ज कराए हैं। एलआईसी हाउसिंग लोन घोटाला
सीबीआई ने बुधवार को इस घोटाले को लेकर कई नामी बैंकों के 8 अधिकारियों को भी हिरासत में लिया है। इनमें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मोनिंदर सिंह, पंजाब नेशनल बैंक के डिप्टी मैनेजर वी. गुज्जल, बैंक ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर आरएन तायल व मनी मैटर्स फाइनेंशियल के चेयरमैन राजेश शर्मा और एमडी सुरेश गुटानी शामिल हैं।
प्रेस कॉफ्रेंस में सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी पी कंडास्वामी ने बताया कि कि निजी वित्तीय सेवा देने वाली कंपनी के सीएमडी व अन्य सहयोगियों ने कंपनियों को कर्ज चुकाने के लिए कथित रूप से सार्वजनिक बैंकों और वित्तीय संस्थानों के अधिकारियों को घूस दी थी। वे वित्तीय संस्थानों से गुप्त बिजनेस इंर्फोमेशन भी ले रहे थे। कंपनियों को लोन दिलवाने के लिए मनी मैटर्स ने बिचौलिए की भूमिका निभाई थी।
बुधवार, 24 नवंबर 2010
एलआईसी हाउसिंग लोन घोटाला !
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1 टिप्पणी:
दोषी अधिकारीयों को LIC के बीमा धारकों के सामने फांसी दी जानी चाहिए ...अब भ्रष्टाचारियों को सिर्फ और सिर्फ फांसी की सजा देकर ही ख़त्म किया जा सकता है....
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