येदियुरप्पा के लिए पद पर बने रहना कठिन ! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 22 नवंबर 2010

येदियुरप्पा के लिए पद पर बने रहना कठिन !

भाजपा आलाकमान की ओर से स्वयं को हटाए जाने के संकेतों के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सोमवार को श्री सत्य साईं बाबा का आर्शीवाद लेने के लिए पुट्टपर्ती रवाना हो गए। सूत्रों के अनुसार उन्हें भाजपा आलाकमान ने इस्तीफा देने कह दिया है। सोमवार को वह दिल्ली आ रहे हैं। 

येदियुरप्पा की दिल्ली यात्रा के बारे में अब तक आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा पद छोड़ने के मामले में अपने रुख पर अड़े हुए हैं। उन्होंने रविवार की रात दिल्ली आने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया, जिसके बाद सोमवार को उन्हें दिल्ली में नेताओं ने मिलने के लिए तलब किया है। सूत्रों ने बताया कि येदियुरप्पा सत्य साईं बाबा के 85वें जन्मदिवस समारोह में भाग लेने के लिए उनके आश्रम के लिए रवाना हो गए हैं।

 पार्टी कोर समिति की कल हुई बैठक में येदियुरप्पा के भविष्य के बारे में फैसला करने के लिए पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को अधिकृत किया गया है। सूत्रों के मुताबिक नेताओं का मानना है कि ऐसे समय में, जब भाजपा दूरसंचार घोटाले के संबंध में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के खिलाफ अभियान चला रही है, तब येदियुरप्पा के लिए पद पर बने रहना कठिन होता जा रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं: