दोहे और उक्तियाँ !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 24 नवंबर 2010

दोहे और उक्तियाँ !!

ईश्वर को अपने पूरे ह्रदय, मन, आत्मा और शक्ति से

प्यार करना सीखें| अपने पडौसी को अपने सामान ही

प्यार करो| ईश्वर और सभी लोगों को ईश्वर का अंश

मान कर प्यार करना बहुत विचित्र है| ईश्वर का

अनुभव होने पर हम किसी से घृणा नहीं कर सकते|

(श्री परमहंस योगानंद)

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