एक टीवी चैनल के साथ भेंटवार्ता में टाटा ने कहा कि इसलिए मुझे लगता है कि यह खराब दौर है। मेरी इच्छा है कि सरकार एक रुख अपनाएगी, वह एक अंकेक्षक लाए और इसकी जांच कराए। जो लोग इसमें दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करे।
टाटा ने कहा कि यह उनके लिए विषादपूर्ण है क्योंकि कुछ सप्ताह पहले हम एक शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति ओबामा के साथ बैठे थे और देश की परिपक्वता के बारे में प्रशंसा कर रहे थे। और फिर हम आरोपों के दलदल में गिर गए, अनाधिकृत टेपों की भरमार आ गई और मीडिया में इनको लेकर पागलपन छा गया। आप एक मायने में चरित्र की बखिया उधेड़ रहे हैं।
टाटा ने कहा कि यह तथाकथित घोटाले से पैदा हुआ धुंध है जो स्पेक्ट्रम आबंटन घोटाले से निकला है़, महत्वपूर्ण कंपनियों की स्पेक्ट्रम की जमाखोरी से निकला है। उन्होंने कहा कि केले के छिलके की तरह निकले आरोपों के हमले को बंद करें। हर कोई निराधार हमले कर रहा है। मैं समझता हूं कि हर भारतीय को तब तक ईमानदार माना जाना चाहिए जब तक वह कानून की अदालत में दोषी नहीं पाया जाता।
टाटा ने कहा कि यह तथाकथित घोटाले से पैदा हुआ धुंध है जो स्पेक्ट्रम आबंटन घोटाले से निकला है़, महत्वपूर्ण कंपनियों की स्पेक्ट्रम की जमाखोरी से निकला है। उन्होंने कहा कि केले के छिलके की तरह निकले आरोपों के हमले को बंद करें। हर कोई निराधार हमले कर रहा है। मैं समझता हूं कि हर भारतीय को तब तक ईमानदार माना जाना चाहिए जब तक वह कानून की अदालत में दोषी नहीं पाया जाता।

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