बिना प्रतिपक्ष नेता के रहेगा विधानसभा. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 26 नवंबर 2010

बिना प्रतिपक्ष नेता के रहेगा विधानसभा.

बिहार विधानसभा में इस बार किसी भी पार्टी को मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा नहीं मिलेगा, क्योंकि कोई भी विपक्षी दल 243 सदस्यों वाले विधानसभा में विपक्ष के नेता का दर्जा हासिल करने के लिए 25 सीटों के जादुई अंक को हासिल नहीं कर पाया है।

नियम के मुताबिक विपक्ष के नेता की हैसियत तभी मिलती है, जब उसे कुल सीटों की संख्या का कम से कम 10 फीसदी सीटें मिली हों।

ऐसा न होने पर किसी भी विपक्षी पार्टी के नेता को औपचारिक रूप से विपक्ष का नेता नहीं बनाया जा सकता है और उन्हें मंत्री का दर्जा, वेतन और भत्ता भी नहीं मिल सकता। हालांकि सरकार की सहमति से अनौपचारिक रूप से विपक्ष का नेता चुना जा सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं: