सीबीआई के अधिकारियों ने बुधवार तड़के ही राजा और चंदोलिया के आवासों पर छापे की कार्रवाई शुरू कर दी सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, दूरसंचार आयोग के सदस्य के श्रीधर और दूरसंचार विभाग के उप महानिदेशक एके श्रीवास्तव के आवासों पर भी छापे मारे गए।
द्रमुक सांसद ए राजा को 14 नवंबर को दूरसंचार मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था क्योंकि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में सरकारी खजाने को 1.76 लाख करोड़ के नुकसान को पहुंचाने के लिए कैग की रिपोर्ट में राजा को आरोपित किया गया था।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, चंदोलिया, दूरसंचार आयोग के सदस्य के श्रीधर और दूरसंचार विभाग के उप महानिदेशक एके श्रीवास्तव के आवासों पर भी छापे मारे गए। राजा कहते रहे हैं कि सीबीआई उनसे किसी भी समय पूछताछ कर सकती है। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि छापे की कार्रवाई के दौरान राजा से भी पूछताछ की गई। एक जनवरी 2008 को दूरसंचार सचिव बने बेहुरा के आवास पर भी छापा मारा गया। उनसे लाइसेंस की प्रक्रिया के बारे में भी पूछताछ की गई। बेहुरा ने सीबीआई को बताया कि लाइसेंस 10 जनवरी 2008 को दिए गए थे, जिसका फैसला पहले ही कर लिया गया था। संसद की लोकलेखा समिति के समक्ष भी उन्होंने यही बयान दिया।
राजा के इस्तीफे के बाद कपिल सिब्बल के नए दूरसंचार मंत्री बनते ही चंदोलिया को अपनी मूल सेवा इंडियन इकॉनामिक सर्विसेज में वापस भेज दिया गया। प्रवर्तन निदेशालय उनसे पूछताछ कर चुका है। चंदोलिया, ए राजा के निजी सचिव तब थे जब वर्ष 2008 में स्पेक्ट्रम आवंटन किया जा रहा था। तब श्रीवास्तव दूरसंचार विभाग के लाइसेंस प्रभाग के मुखिया थे। सीबीआई ने इस पूरे मामले के सिलसिले में 21 अक्टूबर 2009 को दूरसंचार विभाग के अज्ञात अधिकारियों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें