मंगलवार को वाराणसी के शीतला घाट पर हुए धमाके में दो साल की स्वस्तिका की मौत हो गई थी जबकि एक घायल बुजुर्ग महिला फूलरानी देवी (60 वर्ष) ने शनिवार को दम तोड़ दिया. इस हादसे में करीब 40 लोग जख्मी हो गये थे. इस धमाके की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिदीन ने ली थी. इंडियन मुजाहिदीन ने एक साल में तीन बड़े हमले किए हैं. जर्मन बेकरी, जामा मस्जिद और वाराणसी में. इन तीनों हमलों में इंडियन मुजाहिदीन का मकसद भारतीयों के साथ विदेशी पर्यटकों को भी निशाना बनाना था.
इंडियन मुजाहिदीन का नाम विशेष रूप से 2008 में गुजरात सीरियल ब्लास्ट के बाद सुर्खियों में आया.
इसके बाद से अब तक इंडियन मुजाहिदीन करीब दस जगहों पर विस्फोट कर चुका है जिनमें करीब 500 लोगों की मौत हुई है.

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