महान बल्लेबाज सर विवियन रिचर्डस का मानना है कि सचिन तेंडुलकर का लंबा करियर और यादगार उपलब्धियाँ उन्हें नायाब क्रिकेटर बनाती हैं और वह इस मुकाम पर पहुँच गए हैं कि कोई मौजूदा क्रिकेटर उसके करीब भी नहीं पहुँच सकता।रिचर्ड्स ने कहा कि तेंडुलकर अपनी ‘अद्भुत प्रतिबद्धता’ के कारण इतने लंबे समय तक खेल सके और अब 50 टेस्ट शतक पूरे करने की दहलीज पर हैं।
उन्होंने कहा, ‘वह 50 टेस्ट शतक बनाने जा रहा है। मुझे लगता है कि इस रिकॉर्ड को कोई नहीं तोड़ सकता। वह दूसरों से मीलों आगे है।’ अपने दौर के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शुमार रिचर्ड्स ने कहा कि सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग के ही तेंडुलकर के रिकॉर्ड के करीब पहुँचने की थोड़ी बहुत उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे तो कोई नजर नहीं आता। रिकी थोड़े बहुत करीब हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया में मौजूदा हालात को देखते हुए पता नहीं कि वह कब तक खेलेंगे। वह अकेला बल्लेबाज है जो सचिन के रिकॉर्ड के करीब पहुँच सकता था लेकिन उसे तोड़ पाना तो मुश्किल है।’
रिचर्ड्स ने कहा, ‘37 बरस की उम्र में भी सचिन जबर्दस्त फार्म में हैं। फिटनेस समस्याओं से उबरकर उन्होंने अपने अनुशासन, प्रतिबद्धता और आत्मविश्वास के दम पर इतने साल तक खेलना जारी रखा है।’ उन्होंने विश्व कप में भारत की संभावना, आधुनिक युग के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों और कैरेबियाई क्रिकेट के घटते स्तर पर भी बात की।
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