वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के पास निकट शीतला घाट पर गंगा आरती के दौरान हुए धमाके में बीस लोगों के घायल होने की सूचना है। घायलों में सात विदेशी सैलानियों के भी घायल होने की खबर है। घायलों को गोदुलिया के मारवाड़ी अस्पताल और कबीर चौरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विस्फोट स्थल के चारों तरफ सामान बिखरा हुआ है और पुलिस विस्फोट के कारणों और इसके पीछे की गुत्थी की थाह पाने की कोशिश में लगी है। धमाके की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिद्दीन ने ली है। धमाके के बाद घाट पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल हो गया लेकिन पुलिस ने तुरंत स्थिति पर काबू पा लिया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने धमाके की पुष्टि कर दी है। गृह मंत्रालय ने इसे लो इंटेसिटी धमाका बताया है।
गंगा घाट काफी फैले हुए इलाके में बसा हुआ है। इन घाटों पर मंगलवार के दिन काफी भीड़ होती है। इस लिहाज से माना जा रहा है कि घायलों की संख्या बढ़ सकती है। अभी तक किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। धमाके के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, पूरे उत्तर प्रदेश, मुंबई, बेंगलुरु व हैदराबाद सहित देश के अन्य हिस्सों में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। केन्द्र सरकार ने इस धमाके की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि शीतला घाट की सीढ़ियों पर रखे एक दूध के डिब्बे में बम रखा गया था। मुंबई हमलों के आरोपी हेडली ने बताया था कि उसने बनारस के घाटों की रेकी की थी।
पुलिस उप-महानिरीक्षक प्रेम प्रकाश के मुताबिक, किसी व्यक्ति को लक्ष्य करके बम फेंका गया और यह बम काफी ताकतवर था। इस वजह से पास की लोहे की रेलिंग का सफाया हो गया। इस घाट पर हर शाम साढ़े छह बजे गंगोत्री सेवा समिति आरती का आयोजन करती है, इसी दौरान यह हादसा हुआ। इस घटना के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के प्रबंध और कड़े कर दिए गए हैं।

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