पहले दिया गया बयान दबाव में :-असीमानंद - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 30 मार्च 2011

पहले दिया गया बयान दबाव में :-असीमानंद


राजस्थान में अजमेर दरगाह बम विस्फोट मामले के आरोपी स्वामी असीमानंद ने सरकारी गवाह बनने संबंधी दिए गए अपने पत्र को वापस लेने की अदालत से गुहार लगाई है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रतन लाल मूंड की अदालत में पेशी पर लाए गए स्वामी असीमानंद ने याचिका दायर कर कहा कि वह इस मामले में पूर्व में दिए गए अपने लिखित बयान को वापस लेना चाहते हैं और सरकारी गवाह बनना नहीं चाहते।

असीमानंद ने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि उनके द्वारा पहले दिया गया बयान राजस्थान आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और केन्द्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) के दबाव में दिया गया था और उन्हें प्रताड़ित करके पत्र लिखवाया गया था। अदालत ने इस पत्र की सुनवाई आठ अप्रैल को निर्धारित की है।

कोई टिप्पणी नहीं: