बापू का अपमान अपराध की श्रेणी में. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011

बापू का अपमान अपराध की श्रेणी में.

अमेरिकी लेखक जोसेफ लेलीवेल्ड द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने से नाराज केंद्र सरकार ऐसा कानून बनाने जा रही है जिसमें बापू का अपमान अपराध की श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसा करने वाले के लिए सजा का प्रावधान होगा। कानून मंत्रालय ने राष्ट्रीय सम्मान एक्ट में संशोधन का सुझाव दिया है ताकि राष्ट्रीय झंडे और संविधान की तरह देश के गौरव बापू का अपमान करने की कोई हिमाकत न कर सके।

इस एक्ट के प्रावधानों के तहत राष्ट्रीय झंडे सहित अन्य राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान करने पर एक से तीन साल की सजा और जुर्माना हो सकता है। इससे पहले, बुधवार को गुजरात सरकार ने इस किताब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। महाराष्ट्र सरकार भी केंद्र से किताब पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह कर चुकी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के पूर्व संपादक और पुलित्जर पुरस्कार विजेता जोसेफ लेलीवेल्ड ने अपनी पुस्तक ‘ग्रेट सोल महात्मा गांधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया’ में बापू के बारे में अपमानजनक बातें की है।

इस किताब में कहा गया है कि गांधीजी समलैंगिक थे और हर्मन कॉलेनबाश नाम के एक शख्स को प्यार करते थे। कॉलेनबाश जर्मनी में पैदा हुआ था जो बाद में दक्षिण अफ्रीका चला गया था। गांधी जी भी उन दिनों अफ्रीका में काम कर रहे थे जहां कॉलेनबाश से उनकी गहरी दोस्ती हो गई। महात्मा गांधी और कॉलेनबाश एक ही घर में दो साल तक साथ रहे। यह घर कॉलेनबाश ने ही बनाया था।

कोई टिप्पणी नहीं: