राजधानी लखनऊ में सुबह सुबह टहलने निकले वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ व लखनऊ के सीएमओ परिवार कल्याण डा. वीपी सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के विरोध में प्रांतीय चिकित्सा सेवा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इस वजह से शनिवार को प्रदेश के सरकारी अस्पतालों का कामकाज प्रभावित हुआ है।
राजधानी के गोमतीनगर के विशेष खण्ड में रहने वाले डॉ. सिंह पर मोटरसाइकिल सवारों ने तब दर्जनों राउंड गोलियां दाग दीं, जब वे सुबह टहल रहे थे। डॉ. सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उनके नियुक्ति दो माह पहले सीएमओ के पद पर हुई थी। इससे पहले वह डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में हृदय रोग विशेषज्ञ थे।
डीआईजी डीके ठाकुर ने बताया है कि हत्या का कारण अभी मालूम नहीं है लेकिन पहली नजर में यह विभागीय मामला दिखाई देता है। प्रांतीय चिकित्सक संघ ने हत्या की निंदा करते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। संघ के डॉ. एमपी सिंह ने कहा कि छह महीने में दो-दो सीएमओ की हत्या गंभीर मामला है। इसकी सीबीआई से जांच करानी चाहिए। इस पद पर तैनात रहे डॉ. विनोद आर्या की 27 अक्टूबर 2010 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस अभी तक उनके हत्यारों को भी नहीं पकड़ सकी है।

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