निरक्षर में बिहार सबसे अग्रणी, नीतीश फेल. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011

निरक्षर में बिहार सबसे अग्रणी, नीतीश फेल.

जनसंख्या के प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक, देश में साक्षरता की दर पिछले दशक की तुलना में करीब 10 प्रतिशत बढ़ी है। देश में इस समय करीब 82.2 प्रतिशत पुरुष एवं 65.5 प्रतिशत महिलाएं साक्षर हैं। पिछले साल साक्षर होने वाली महिलाओं की संख्या में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस मामले में केरल और लक्षद्वीप सबसे आगे हैं। इनमें क्रमश: 93 और 92 प्रतिशत साक्षरता है। बिहार सबसे पीछे है, वहां कुल 63.82 प्रतिशत लोग ही साक्षर हैं। अरुणाचल का नंबर बिहार से ऊपर है। वहां साक्षरता प्रतिशत 66.95 है। मध्य प्रदेश का अलीराजपुर और छत्तीसगढ़ का बीजापुर जिला देश के सबसे कम साक्षर जिले हैं।

पिछले एक दशक में 21 करोड़ 77 लाख लोग साक्षर हुए हैं। इनमें महिलाओं की संख्या 11 करोड़ से ज्यादा है जबकि पुरुषों की संख्या 10 करोड़ है। प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक, देश की आबादी के करीब 74 प्रतिशत लोग लिखना-पढ़ना जानते हैं। पिछले दशक में यह आंकड़ा 64.83 प्रतिशत था।

अब देश में 44 करोड़ 42 लाख पुरुष और 33 करोड़ 42 लाख महिलाएं साक्षर हैं। राष्ट्रीय साक्षरता दर में पिछले दशक के मुकाबले 9.2 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस दौरान महिला साक्षरता दर 11.8 प्रतिशत और पुरुष साक्षरता दर 6.9 प्रतिशत बढ़ी है। हालांकि बिहार साक्षरता दर में अब भी सबसे पीछे है। लेकिन पिछले दशक की तुलना में वहां साक्षरता दर करीब 17 प्रतिशत बढ़ी है।

केरल, दिल्ली, त्रिपुरा और गोवा सहित दस राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने 85 प्रतिशत से अधिक साक्षरता दर हासिल करके योजना आयोग के लक्ष्य को पूरा कर लिया है। 15वीं जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि देश में निरक्षरों की संख्या में तीन करोड़ से भी ज्यादा की कमी आई है। इस क्षेत्र में भी महिलाएं आगे रही हैं। पिछले एक दशक में जहां एक करोड़ 40 लाख पुरुषों ने अक्षर ज्ञान हासिल किया है वहीं ऐसा करने वाली महिलाओं की संख्या एक करोड़ 71 लाख रही है।

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