केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने जोसेफ लेलिवेल्ड द्वारा महात्मा गांधी पर लिखी गई विवादास्पद किताब पर केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि अमेरिकी लेखक ने खुद इस बात को स्वीकारा है कि उन्होंने राष्ट्रपिता के खिलाफ कुछ नहीं लिखा ।
मोइली ने कहा कि यह व्याख्याकारों द्वारा की गई किताब की समीक्षा थी जिसके चलते गांधी की लैंगिकता पर कथित टिप्पणियों से देशभर में तीखी प्रतिक्रियाएं हुईं।
कानून मंत्री ने शनिवार को कहा कि इस किताब पर प्रतिबंध लगाने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि लेखक ने खुद स्पष्ट किया है कि उन्होंने किताब में ऐसा कुछ नहीं लिखा है जैसा कि बताया जा रहा है। लेलिवेल्ड की किताब 'द ग्रेट सोल: महात्मा गांधी ऐंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया' गांधी जी की जीवनशैली और उनके यौन आचरण के बारे में कुछ कथित टिप्पणियों से विवाद के केंद्र में है।

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