ग्रेटर नोएडा में किसानों व पुलिस के बीच चल रहे खूनी संघर्ष के बीच आरएलडी अध्यक्ष अजित सिंह किसानों से मिलने निकल पड़े। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 18 पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ के साथ अजित सिंह ने पुलिस की बात मानने से इनकार कर दिया। क्षेत्र में धारा 144 लगे होने के कारण पुलिस ने अजीत सिंह समेत पार्र्टी के तीन अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेस वे का विरोध कर रहे किसानों ने शनिवार को जमकर हंगामा काटा। पुलिस व किसानों की बीच हुए खूनी संघर्ष में दो किसानों की मौत हुई जबकि दर्जनों की संख्या में किसान व पुलिस कर्मी घायल हुए। पुलिस के आला अधिकारियों को भी चोंटे जाएं। इस पूरे मामले को राजनैतिक रंग चढ़ाने की नियत से आरएलडी अध्यक्ष अजीत सिंह रविवार को ग्रेटर नोएडा पहुंच गए।
आरएलडी अध्यक्ष ने किसानों से मिलने की इच्छा जतायी कि जबकि स्थानीय प्रशासन ने उनसे ऐसा न करने की गुजारिश की। पुलिस की बातों को सिरे से नकारते हुए श्री सिंह ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 18 के परसौला गांव की ओर बढऩे लगे। ज्ञात हो कि सबसे अधिक संघर्ष ग्राम भटटा परसौला में ही हुआ और वहीं पर सबसे अधिक किसान प्रभावित हुए है। पुलिस ने जब श्री सिंह को आगे बढऩे से रोका तो वे वहीं धरने पर बैठ गए।
साथ में कार्यकर्ता प्रदर्शन करने लगे। आखिरकार पुलिस ने श्री सिंह को धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर दिया। उनके साथ कई विधायक व दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भी गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी के वक्त श्री सिंह ने कहा कि यदि किसानों का उत्पीडऩ है जिसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। श्री सिंह ने कहा कि सरकार जबरन किसानों की जमीन को हथियाना चाहती है जो कानूनन गलत है।

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