बिहार में पंचायती निकाय चुनावों के दौरान शांति भंग करने के आरोप में पांच साल के एक बच्चे को गिरफ़्तार किया गया है। सूर्यकांत पासवान को ज़मानत के लिए बीस हज़ार रुपए देने पड़े और पिछले हफ़्ते उन्हें रोज़ ढिबरा कस्बे में रोज़ पुलिस थाने जाना पड़ा।
बच्चे की गिरफ़्तारी से स्थानीय लोगों में काफ़ी नाराज़गी है। पुलिस के मुताबिक ये 'ग़लत' पहचान की वजह से हुआ है और वे सूर्यकांत के बड़े भाई के ख़िलाफ़ आरोप लगाना चाहते थे। पुलिस अधिकारी असग़र इमाम ने बताया, पुलिस श्रीकांत पासवान के ख़िलाफ़ आरोप दर्ज करन चाहती थी जो सूर्यकांत का बड़ा भाई है। लेकिन पुलिस ने ग़लती से सूर्यकांत का नाम लिख दिया।
पुलिस अधिकारी ने कहा है कि नाम सही करने के लिए कोर्ट में अर्ज़ी दी गई है। पाँच साल का सूर्यकांत औरंगाबाद ज़िले के एक गाँव में रहता है और सरकारी स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ता है। पुलिस थाने में रोज़ हाज़िरी देने के लिए सूर्यकांत के पिता को रोज़ उसके साथ जाना पड़ता है। यह पूरा मामला बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है। सूर्यकांत पर सेक्शन 107 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पंचायती निकाय चुनावों के दौरान बिहार में करीब तीन लाख लोगों के ख़िलाफ़ इस सेक्ट के तहत मामला दर्ज हो चुका है। पुलिस का कहना है कि 16 हज़ार से ज़्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया गया है ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सकें।

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