सीबीआई के विशेष कोर्ट ने निठारी कांड के मुख्य आरोपी सुरेन्द्र कोली को मई माह के अंतिम सप्ताह में सुबह चार बजे फांसी देने का हुक्म दिया है। इस हुक्म के बाद सुरेन्द्र कोली ने सजा माफ करने के लिये राष्ट्रपति से क्षमादान की अपील की है। मालूम हो कि कोली को यह सजा कोली को 14 साल की किशोरी रिम्पा हलदर का बलात्कार और हत्या के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी।
सीबीआई कोर्ट के विशेष अदालत ने 13 फरवरी 2009 को यह सजा सुनाई थी। इसके बाद 11 सितम्बर को हाईकोर्ट ने मौत की सजा को बराकरार रचाने का आदेश दे दिया था। आपको बताते चलें कि इससे पूर्व भी कोली ने सजा में माफी की अपील की थी मगर 15 फरवरी 2011 को सुप्रीम कोर्ट ने कोली की फांसी की सजा माफ करने की अपील खारिज कर फांसी की सजा देने पर मुहर लगा दी थी।
कोली ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ 23 अप्रैल को वृहद बैंच से सुनवाई किए जाने की मांग की, जो अभी तक लंबित है। उल्लेखनीय है कि कोली के खिलाफ कुल 16 मामले दर्ज हैं और उसके मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर को भी रिम्पा हलदर मामले में फांसी की सजा सुनाई गई थी लेकिन इलाबाद हाई कोर्ट ने पंढ़ेर को बरी कर दिया था। पंढेर पर अन्य मामलों में केस चल रहा है।

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