अमेरिका और पाकिस्तान ने करीब एक दशक पहले ही अलकायदा प्रमुख ओसामा बिल लादेन को लेकर एक गुप्त सौदा किया था। इस सौदे के तहत दोनों के बीच तय पाया था कि लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने की स्थिति में अमेरिका एकतरफा कार्रवाई करेगा जिसके बाद पाकिस्तान इस कार्रवाई के प्रति बेहद आक्रोशित तरीके से विरोध प्रदर्शित करेगा।
2001 के उत्तरार्ध में अफगानिस्तान में तोरा बोरा की पहाड़ियों से अमेरिकी सेना के चंगुल से ओसामा के बच निकलने के बाद तत्कालीन पाकिस्तानी सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश के बीच यह गुप्त सौदा हुआ था।
इस गुप्त सौदे के तहत ओसामा और अलकायदा के दूसरे नंबर के नेता अल जवाहिरी की तलाश में पाकिस्तान, अमेरिकी बलों को अपनी धरती पर एकतरफा सैन्य अभियान करने की मंजूरी देगा। दोनों देशों के बीच इस बात पर भी सहमति बन गई थी कि पाकिस्तान अमेरिका के उक्त अभियान पर हो हल्ला मचाएगा और उसका जोरदार विरोध करेगा।

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यानी नूरा कुस्ती
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