भाजपा में जल्द से जल्द उमा भारती की वापसी करवाने का मन बना चुके पार्टी प्रमुख नितिन गडकरी बुधवार को इसकी औपचारिक पहल करने को तैयार हैं। सुबह ग्यारह बजे तीन मूर्ति लेन स्थित गडकरी के आवास पर पार्टी के दिग्गजों की इकाई, कोर ग्रुप, में गडकरी उमा की वापसी का प्रस्ताव रख सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक उमा भारती ने भी भाजपा में वापसी का मन बना लिया है। उमा भारती का उपयोग उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में किया जा सकता है।
अनौपचारिक चर्चाओं में गडकरी कई बार बड़े नेताओं का मन टटोल चुके हैं। मंगलवार को अपनी मंशा का संकेत देते हुए उन्होंने मीडिया को साफ कर दिया कि उमा को वापस लाने की कोशिशें जोर-शोर पर हैं। भाजपा अध्यक्ष ने जयपुर में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। भावी रणनीति का संकेत देते हुए उमा ने खुद लखनऊ में मीडिया से कहा कि दो-तीन दिन में सब कुछ साफ हो जाएगा।
उमा की वापसी के खिलाफ लामबंद नेताओं में भी लगातार बैठकों का दौर जारी है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि गडकरी ने मध्य प्रदेश के प्रमुख प्रभात झा को शिवराज सिंह चौहान को समझाने का जिम्मा सौंपा था। हालांकि झा खुद भी उमा के पक्ष में नहीं बताए जाते। उमा भारती को भाजपा में वापस में आने की कोशिशें करते हुए तीन साल से ज्यादा समय बीत चुका है। इस बीच उनकी वापसी की चर्चाएं अक्सर सुर्खियों में रही हैं। लेकिन गडकरी के अध्यक्ष बनने के बाद से वह खुद बड़े नेताओं को वापस लाने पर जोर देते रहे हैं। इस कड़ी में सबसे पहला नाम उमा का है। पार्टी के कुछ बड़े नेताओं के एतराज के मद्देनजर गडकरी अब तक फूंक-फूंक कर कदम रखते आए हैं। बीच में उन्होंने वापसी की योजना छोड़ भी दी थी। मगर अब उत्तर प्रदेश के चुनाव सिर पर हैं और गडकरी इसमें देरी नहीं चाहते। उनका तर्क है कि अगर उमा के नेतृत्व का यूपी में फायदा लेना है तो अब और देर नहीं की जा सकती।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें