कांकेर और जगदलपुर में नक्सली कहर. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 27 जून 2011

कांकेर और जगदलपुर में नक्सली कहर.


कांकेर और जगदलपुर में हुई दो अलग-अलग घटनाओं में बीएसएफ और सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए और सात जवानों के घायल होने की भी खबर है। कांकेर जिला मुख्यालय से करीब सौ किमी दूर कोयलीबेड़ा थाने के सुलंगी गांव के नजदीक रविवार को हुई मुठभेड़ में बीएसएफ के दो जवान शहीद हुए हैं। घंटेभर चली मुठभेड़ में तीन जवान घायल भी हुए हैं। सुरक्षा बलों ने आठ नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया है। इनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया। मरने वालों में कुछ महिला नक्सली भी हैं।

दंतेवाड़ा के किरंदुल और पालनार के बीच नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट कर पुलिस वाहन को उड़ा दिया। घटना में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए और चार घायल हैं। घटना रात नौ बजे हुई।  कांकेर में हमला उस वक्त हुआ जब बीएसएफ और डीएफ की संयुक्त टीम सर्चिग पर निकली थी। पुलिस के मुताबिक घायल जवानों को प्राथमिक उपचार के लिए कोयलीबेड़ा बीएसएफ कैंप लाया गया। बाद में उन्हें वहां से बाहर ले जाने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की गई थी लेकिन मौसम खराब होने कारण हेलिकॉप्टर कैंप तक नहीं पंहुच पाया।

शाम साढ़े पांच बजे घायलों को एंबुलेंस से उपचार के लिए सड़क मार्ग से बाहर भेजा गया। रविवार सुबह कोयलीबेड़ा बेस केंप से सुलंगी को ओर बीएसएफ टीम सर्चिग के लिए निकली थी। दोपहर 12 बजे कोयलीबेड़ा-अंतागढ़ मार्ग पर सुलंगी गांव के पास घात लगाए नक्सलियों ने हमला बोलते हुए अंधाधुंध फायरिंग की। सर्चिंग टीम ने भी मोर्चा लिया। गोलीबारी में बीएसएफ के हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार (दिल्ली) और कांस्टेबल एके ईमोल (असम) शहीद हो गए। बीएसएफ के कांस्टेबल के भागेश्वर, पी धनेकर तथा पंकज कुमार घायल हुए हैं। जवानों के शव को एंटी लैंडमाईन गाड़ी से रायपुर के लिए रवाना किया गया।

बेस कैंप में नक्सली हमले की सूचना मिलते ही अलग-अलग दिशाओं से जवानों को सहायता पहुंचाने के लिए टीम रवाना की गई। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते टीम को घटना स्थल तक पहुंचने परेशानी का सामना करना पड़ा। मुठभेड़ के फौरन बाद हुई सर्चिग में एक नक्सली का शव मिला। साथ ही एक थ्रीनॉटथ्री और दो बम मिले। नक्सली के शव के साथ बरामद टोपी में स्टार बना हुआ है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है की मृतक नक्सली संगठन का अहम पदाधिकारी है। जवानों ने मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों के शव को साथी नक्सलियों द्वारा उठाकर ले जाते देखने का दावा किया है।

"कांकेर में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए है। सर्चिग टीम ने मोर्चा लेते हुए जवाबी कार्रवाई की जिसमे आठ नक्सली के मारे जाने की संभावना है। एक नक्सली का शव बरामद हुआ है।" माओवादियों ने देशव्यापी काला दिवस के तहत रविवार को बस्तर संभाग के कई हिस्सों में खूब उत्पात मचाया। इस दौरान यातायात और साप्ताहिक बाजार खासा प्रभावित हुए। नक्सलियों ने जगदलपुर से कोंटा जाने वाली सड़क को कई स्थानों पर काट दिया है। बचेली और किरंदुल के बीच माओवादियों ने देर रात पटरी उखाड़ दी और काला दिवस के समर्थन में पर्चे भी फेंके।

रेलवे सूत्रों के मुताबिक विशाखापट्टनम से किरंदुल रेल लाइन के 442/17 एवं 442/18 किमी के बीच बांई ओर की 13 मीटर लंबी पटरी उखाड़ दी गई। हालांकि रात में मालगाड़ियों की आवाजाही बंद होने से कोई हादसा नहीं हुआ।

माओवादियों ने पटरियों पर हाथ से लिखे करीब ढाई सौ के ज्यादा पर्चे भी फेंके। इनमें बस्तर में सेना की तैनाती और आपरेशन ग्रीन हंट का विरोध किया गया है। सुबह करीब साढ़े नौ बजे पटरियों की मरम्मत के बाद इस मार्ग पर मालगाड़ियों का परिचालन शुरू हुआ।

दंतेवाड़ा से सुकमा और कटेकल्याण जाने वाली सड़क पर कई जगह गड्ढे कर दिए और पेड़ काट कर डाल दिया था। देर शाम पुलिस ने इसकी मरम्मत कर आवागमन बहाल कराया है। सुकमा रोड पर भूसारास घाटी में कुछ स्थानों पर सड़क काट दिए गए हैं। पालनार किरंदुल रोड पर भी जगह-जगह गड्ढे खोद दिए गए हैं। कटेकल्याण मार्ग पर बालूद और चितालूर के बीच भी सड़क काटने और पेड़ काटकर डालने की खबर है।
एनएच 30 पर तोंगपाल थाना क्षेत्र के टाहकवाड़ा और जीरम के बीच दो स्थानों पर सड़क काट तथा पेड़ों को सड़क पर डाल आवागमन बाधित कर दिया गया था। जिससे इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। सुबह करीब आठ बजे के करीब पुलिस ने वहां पहुंचे यात्रियों, ग्रामीणों और वाहन चालकों के सहयोग से गड्ढे पाट कर यातायात आरंभ कराया। कूकानार थाना क्षेत्र में करीब 15 स्थानों पर एनएच को काटे जाने की सूचना है। कोंटा इलाके में आंध्रप्रदेश से आने वाली यात्री बसें चिड़मुड़ तक ही चलीं। जगदलपुर से विजयवाड़ा और हैदराबाद की ओर जाने वाली यात्री बसें बंद रहीं।
पैसेंजर स्थगित
विशाखापट्टनम से किरंदुल के बीच चलने वाली एकमात्र पैसेंजर ट्रेन दूसरे दिन भी जगदलपुर स्टेशन पर स्थगित कर दी गई। अब यह ट्रेन सोमवार सुबह विशाखापटनम के लिए रवाना होगी।

कोई टिप्पणी नहीं: