पत्थर फेंकने वालों की सजा माफ़. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 29 अगस्त 2011

पत्थर फेंकने वालों की सजा माफ़.

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घाटी में पिछले साल गर्मियों के दौरान पथराव के लगभग 1,200 मामलों में शामिल युवाओं के लिए आम माफी देने की घोषणा की है। उमर ने कहा कि सरकार ने युवाओं को एक मौका देने का फैसला किया है और युवा इसे सरकार की ओर से ईदी समझें।

पिछले साल की अशांति के दौरान पथराव के आरोपों में शामिल सभी युवाओं के खिलाफ मामले वापस ले लिए जाएंगे। यह योजना आगजनी में शामिल युवाओं पर लागू नहीं होगी।

रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में में मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं का आपराधिक रिकार्ड मिटा कर उन्हें बेहतर भविष्य बनाने का दूसरा मौका दिया जाएगा। उन्होंने ने कहा, ‘आम माफी आज तक की तारीख तक है, हम यह बार-बार नहीं कर सकते। पत्थरबाजी के आरोपों में आज तक गिरफ्तार कोई भी व्यक्ति इस आम माफी का लाभ ले सकता है।’ 

उमर ने कहा कि सरकार इन युवाओं को माफ करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस दौरान हमने अपने सबक सीखे हैं और अब युवाओं को सबक सीखने हैं। जिन्होंने उन्हें पिछले साल आंदोलन के लिए भड़काया, वे अपने साथियों की रिहाई के लिए आतुर हैं,पर पथराव करने वालों को भूल गए हैं।’ उमर ने कहा कि सरकार के इस कदम से इस समय जमानत पर रिहा हुए 1200 युवकों को लाभ मिलेगा। जो लोग अभी तक गिरफ्तारी से बच रहे है, उन्हें अपनी जमानत करवा कर इस योजना लाभ लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में पीएसए के तहत केवल 35 लोग जेलों में बंद हैं। पीएसए को लेकर कुछ लोगों द्वारा गलत प्रचार किया जा रहा है कि पीएसए लगा कर जेलों को भर दिया गया है।

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