शुक्रवार को संसद में लोकपाल पर चर्चा होगी, कांग्रेस सांसद संजय निरूपम, जगदम्बिका पाल व अनु टंडन ने नियम 193 के तहत नोटिस दिया। इस नियम के तहत वोटिंग का प्रावधान नहीं है।
टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल व प्रशांत भूषण, अन्ना हजारे की एक चिट्ठी लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने जाएंगे। गौरतलब है कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा से पहले टीम अन्ना से अनशन खत्म करने के बारे में आश्वासन चाहती थी। लेकिन अभी तक इस चिट्ठी में क्या है यह उजागर नहीं किया गया है।
संसदीय कार्य मंत्री पवन बंसल ने शुक्रवार सुबह कहा था कि अभी तय नहीं हुआ है कि आज बहस होगी या नहीं। उन्होंने कहा कि आज लोकपाल पर चर्चा होने की उम्मीद कम ही है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दोनो पक्षों के बीच जारी गतिरोध को तोड़ने की दिशा में गुरुवार को ठोस पहल करते हुए लोकसभा में खुली पेशकश की कि संसद अरूणा राय और डा़ जयप्रकाश नारायण सहित अन्य लोगों द्वारा पेश विधेयकों के साथ जन लोकपाल विधेयक पर भी विचार करेगी। उसके बाद विचार विमर्श का ब्यौरा स्थायी समिति को भेजा जाएगा।
उन्होंने हजारे से अनशन समाप्त करने का आग्रह किया। विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री की अपील का समर्थन किया, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा एक सर्वसम्मत अपील की गई।
हजारे ने हालांकि प्रधानमंत्री के दूत और केन्द्रीय मंत्री विलासराव देशमुख से साफ तौर पर कह दिया कि वह अपना अनशन समाप्त करने के बारे में तभी सोच सकते हैं यदि संसद शुक्रवार सुबह जन लोकपाल विधेयक पर चर्चा शुरू कर दे और तीन प्रमुख मुद्दों पर सहमति बन जाए।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें