चेन्नई के अराकोणम के पास रेल दुर्घटना. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 14 सितंबर 2011

चेन्नई के अराकोणम के पास रेल दुर्घटना.

चेन्नई से करीब 75 किलोमीटर दूर अराकोणम के पास सिथेरी स्टेशन पर दो ट्रेनों के बीच हुई टक्कर में 9 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में 85 लोग घायल हुए हैं। घायलों में 12 की हालत गंभीर है। अराकोणम-वेल्लोर पैसेंजर सिथेरी स्टेशन के पास सिग्नल के इंतजार में खड़ी थी, तभी चेन्नै से वेल्लोर तक चलने वाली ईएमयू पीछे से इसमें टकरा गई। रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने इस घटना में मरे यात्रियों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।  

चेन्नई में रेल विभाग की वरिष्ठ अधिकारी उषा वेणुगोपाल ने बताया कि मंगलवार रात लगभग 9 बज कर 40 मिनट पर हुई इस दुर्घटना के बाद कई डिब्बे पटरी से उतर गए। बुरी तरह क्षतिग्रस्त 5 डिब्बों में से अब तक 9 शव निकाले जा चुके हैं। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनय मित्तल ने बताया कि 85 लोग घायल हैं और हताहतों की संख्या में और इजाफे की आशंका है। रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने इस घटना में मरे यात्रियों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपया और घायलों को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। 

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन मित्तल ने कहा कि दुर्घटना के कारण फौरन नहीं बताए जा सकते। मित्तल के मुताबिक शुरुआती रिपोर्ट से पता चलता है कि यह एक मानवीय भूल हो सकती है। वहीं रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बताया कि दुर्घटना के समय सिग्नल लाल था। ईएमयू का ड्राइवर ए. राजकुमार भी घायलों में शामिल हैं। उनका अल्कोहॉल टेस्ट किया गया, जो नेगेटिव रहा। त्रिवेदी ने कहा कि वह बुधवार सुबह रेल राज्य मंत्री के.एच. मुनियप्पा, मित्तल और दूसरे आला अधिकारियों के साथ दुर्घटना स्थल जाएंगे। दोनों ट्रेनों के चार और डिब्बे भी प्रभावित हुए हैं। 

रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि 85 घायल यात्रियों को अराकोणम और वेल्लोर के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दुर्घटनास्थल पर एनडीआरएम की दो टीम बचाव काम में लगी हुई है। भारी बारिश और अंधेरे के कारण राहत और बचाव कार्यों में रुकावट आ रही हैं। रेलवे सूत्रों ने बताया कि इस हादसे के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसके पहले 10 जुलाई को हावड़ा-कालका मेल के कानपुर के पास पटरी से उतरने के कारण 70 लोगों की मौत हो गई थी। इसके लगभग तीन हफ्ते बाद गुवाहाटी-बेंगलुरु एक्सप्रेस के कई डिब्बे माल्दा जिले में पटरी से उतर गए थे। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी। 

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