
नोट के बदले वोट मामले में आज उस समय एक नाटकीय मोड़ आ गया जब इस कांड के मुख्य आरोपी राज्यसभा सांसद अमरसिंह की ओर से एक स्थानीय अदालत में दलील दी गई कि हो सकता है कि सांसदों की खरीद के लिए जुटाई गई धनराशि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से आई हो। एक और चौंकाने वाले घटनाक्रम में देश के जाने माने फौजदारी वकील और भाजपा सांसद राम जेठमलानी अमर सिंह की ओर से विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल की अदालत में पेश हुए तथा उन्होंने सिंह की जमानत के लिए पुरजोर दलील दी।
जेठमलानी ने यह आश्चर्यजनक तर्क दिया कि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कह चुके हैं कि नोट के बदले वोट के स्टिंग ऑपरेशन को उन्होंने हरी झंडी दी थी। इन परिस्थितियों में हो सकता है कि इस कांड की धनराशि का स्रोत भाजपा ही हो। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मानसून सत्र के अंतिम दिन लोकसभा में यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि स्टिंग ऑपरेशन उनकी जानकारी में हुआ था। उन्होंने सरकार को यह भी चुनौती दी थी कि वह उन्हें गिरफ्तार करे।
जेठमलानी ने अमर सिंह की जमानत का पक्ष लेते हुए कहा कि उनकी पत्नी बीमार हैं और उन्हें देखरेख की जरुरत है। न्यायाधीश ने सिंह की जमानत की अर्जी पर सुनवाई कल तक के लिए स्थगित कर दी। सिंह को छह सितम्बर को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा गया था। उनके स्वास्थ्य को देखते हुए जेल में उन्हें अलग सेल में रखा गया है जहां पूरी स्वच्छता और ऐहतियात बरती जा रही है। सिंह की ओर से अदालत में यह दलील दी गई है कि वो गुर्दा रोग से और मूत्रनलिका संक्रमण आदि रोगों से पीड़ित हैं व जेल में यह संक्रमण बढ़ने की आशंका है। सिंह के साथ भाजपा के दो पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर सिंह भगोरा भी तिहाड़ जेल में हैं।
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