फिर निकालूँगा रथयात्रा : आडवानी. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 9 सितंबर 2011

फिर निकालूँगा रथयात्रा : आडवानी.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी एक बार फिर रथयात्रा पर निकलेंगे। उनकी इस रथयात्रा का मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार होगा। उन्होंने दावा किया कि केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार अपनी वैधता खो चुकी है।तिरासी वर्ष के हो चले आडवाणी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह चौंकाने वाली घोषणा की। उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने एक यात्रा निकालने का फैसला किया है। यात्रा का नाम क्या होगा और कहां से निकलेगी, इन सब के बारे में पार्टी विचार करेगी। इस यात्रा का फोकस सुशासन और स्वच्छ राजनीति रहेगा।"

आडवाणी ने इससे वोट के लिए नोट मामले में गिरफ्तार पार्टी के दो पूर्व सांसदों फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर भगोरा को जमकर बचाव किया। उन्होंने कहा, "इन दोनों नेताओं ने भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने का काम किया है। ऐसा करके उन्होंने देश की सेवा की है। यह सरकार उन्हें अपराधी मानती है तो उनसे भी बड़ा अपराधी मैं हूं, क्योंकि मैंने ही उन्हें ऐसा करने की इजाजत दी थी।"

उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा, "यदि वोट के बदले नोट मामले में दोनों पूर्व सांसद दोषी हैं तो फिर उन्हें भी जेल भेजा जाना चाहिए। विपक्ष का नेता होने के नाते मुझे पूरे घटनाक्रम की जानकारी थी। सांसदों की खरीद-फरोख्त का खुलासा करने की इजाजत मैंने ही उन्हें दी थी। उस समय यदि लोकसभा अध्यक्ष को यह बात बताई गई होती तो वह यकीन नहीं करती इसलिए हमने संसद में ही इसका खुलासा करने की योजना बनाई थी।"

कोई टिप्पणी नहीं: