टीम अन्ना के तीन सदस्यों को सांसदों के विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिलने पर अन्ना हजारे ने सरकार पर पलटवार किया है। अन्ना ने रालेगण सिद्धि में कहा कि सरकार के पास ताकत है, वह कुछ भी कर सकती है। अन्ना ने शुक्रवार को रालेगण सिद्धि में ही सरकार से अपील की थी कि वह अरविंद केजरीवाल को परेशान न करे।
भारी जन समर्थन के बूते जन लोकपाल बिल पर सरकार को झुका देने वाले अन्ना ने ज़ेड श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने के मुद्दे पर कहा कि देश और समाज की भलाई के लिए मरने से क्या डरना? मुझे मौत की परवाह नहीं। बहुत जल्द वापस कर दूंगा जेड श्रेणी की सुरक्षा। दिल के दौरे से मरने से अच्छा है देश के लिए मरना। क्या भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने सुरक्षा मांगी थी? क्या उन्हें सुरक्षा मिलती तो देश के लिए बलिदान कर पाते? अन्ना ने कहा कि वह जल्द ही महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर. आर. पाटिल को चिट्ठी लिखकर ऐसी सुरक्षा न दिए जाने की बात कहेंगे। अन्ना ने कहा कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है लेकिन अभी पूरी तरह से ठीक होने में वक्त लगेगा।
अन्ना ने बताया कि उनका वजन साढ़े तीन किलो रिकवर हो चुका है। गौरतलब है कि टीम अन्ना के सदस्य और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण को संसद के विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है। भूषण पर सार्वजनिक रूप से यह कहने का आरोप है कि सांसद पैसे लेकर कानून पास करते हैं। भूषण को 14 सितंबर तक इस नोटिस का जवाब देना है। भूषण ने कहा, ‘मुझे विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है और मैं इसका जवाब दूंगा।’ अन्ना के सबसे करीबी सहयोगी अरविंद केजरीवाल को भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा गया है। किरण बेदी को पहले ही नोटिस भेजा जा चुका है। अगर इनके खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए और संसद से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पारित हो गया तो तीनों को 15 दिन की जेल भी हो सकती है। इससे पहले इसी टीम एक और अहम सदस्य किरण बेदी को भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिल चुका है। तीनों सदस्यों को 14 सितंबर तक जवाब देना है।
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