एशियन चैंपियन इंडियन हॉकी टीम ने जीत की खुशी में दी गई पुरस्कार राशि यह कहते हुए ठुकरा दी है कि हमें खैरात नहीं चाहिए। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पाकिस्तान को हराकर लौटी टीम को प्रति खिलाड़ी 25,000 रुपए का पुरस्कार देने का एलान किया गया था।
खेल मंत्री अजय माकन ने टीम के स्वागत में आयोजित समारोह में इस पुरस्कार की घोषणा की। पुरस्कार हॉकी इंडिया की ओर से दिया जाना था। मगर, हॉकी टीम के कप्तान राजपाल सिंह ने 25,000 रुपए का पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, हमें नहीं लगता कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर फाइनल जीतने का यह सही इनाम है।
पुरस्कार के नाम पर दी गई इस जिल्लत से तिलमिलाए राजपाल सिंह ने यह भी कहा कि हम इस राष्ट्रीय खेल को बढ़ावा देने के अजय माकन के दावों की असलियत देख कर हैरान हैं। माकन हमारी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए। उन्होंने कहा, इनाम की रकम न केवल मौजूदा खिलाड़ियों को प्रेरित करने लायक होनी चाहिए बल्कि भावी पीढ़ी को इस खेल की ओर आकर्षित करने के लिहाज से भी उपयुक्त होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स फेडरेशन को चाहिए कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के मामले में बीसीसीआई से सीखे।

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