मुंबई में बीएमसी कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से मुंबई वासियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मुंबई में बृहन मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के करीबन एक लाख 20 हजार कर्मचारी सोमवार रात से हड़ताल पर चले गए हैं.
छठे वेतन आयोग को लागू करने की मांग को लेकर मुनिसिपल मजदूर युनियन के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. इस यूनियन में बीएमसी के तकरीबन 50 फीसद कर्मचारी आते हैं.
कर्मचारियों के मुताबिक बीएमसी ने उन्हें धोखा दिया है. ऐसे में हड़ताल के लिए जिम्मेवार हम नहीं बल्कि बीएमसी कमिश्नर हैं. कर्मचारियों की हड़ताल से पानी, स्वास्थ्य और सफाई व्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा. बीएमसी ने हड़ताल से निपटने के लिए कमर कस ली है. बीएमसी कमिश्नर के मुताबिक हड़ताल के मददेनजर 2500 होगार्ड तैनात किए गए हैं.
पानी की सप्लाई का काम इंजीनियरों को सौपा गया है. अस्पताल में नर्सों के हड़ताल पर जाने की आशंका के चलते राज्य सरकार की 200 नर्सें नियुक्त की गई हैं. एक तरफ बीएमसी हड़ताली कर्मचारियों से सख्ती से निपटने की बात कह रही है तो दूसरी ओर बातचीत का रास्ता खुला रखा है. ऐसे में देखना यह होगा कि बीएमसी मुंबईवासियों को राहत देने में कितनी कामयाब होती है.

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