
केंद्र सरकार की अन्ना विरोधी मुहीम का अगला मोहरा किरण बेदी है, किरण बेदी को आई टी का नोटिस मिल चूका है और इस नोटिस पर किरण बेदी खुश भी हैं. क्या वाकई में भारतीय संस्था अपने कार्य प्रणाली की व्यवहारिकता को अंजाम दे रहा है या फिर सत्ता के कठपुतली होने का सबूत ? जिस तरह से संसदीय प्रणाली में व्य्व्हार्पालिका सत्ता के इशारे पर कार्यों को अंजाम दे रहा है सोचनीय है की क्या वाकई में देश में लोकतंत्र है या फिर भ्रष्ट तंत्र ?
किरण बेदी ने इस बारे में ट्विटर पर कहा, ‘ दोस्तों, मेरे दोनों एनजीओ को इनकम टैक्स का नोटिस मिला है। क्या यह संयोग है? निश्चित ही मुझे जांच करवाकर खुशी होगी।’ सूत्रों के मुताबिक आईटी के नोटिस एनजीओ को इनकम टैक्स ऐक्ट के तहत मिलने वाली बहुत सी छूट के बारे में है। अन्ना हजारे के आंदोलन के बाद से टीम अन्ना के सदस्यों को अलग-अलग मामलों में नोटिस मिल रहे हैं। कुछ समय पहले टीम अन्ना के एक और सदस्य अरविंद केजरीवाल को सेवा नियमों के उल्लंघन पर नोटिस भेजा गया था।
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