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मंगलवार, 11 अक्टूबर 2011

पी एम पद पर आडवानी की चुप्पी.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमवार को अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर बने रहस्य को बरकरार रखा। उन्होंने खुद को उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना से इनकार नहीं करते हुए कहा कि समय आने पर इस बारे में पार्टी निर्णय करेगी। जन चेतना यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले संवाददाताओं के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह चुनाव आने पर पार्टी तय करेगी। अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं किया जा रहा है। चुनाव में अभी तीन साल बाकी हैं। यह अलग बात है कि सरकार जिस तरह का आचरण कर रही है, उससे लगता है कि यह किसी भी समय गिर सकती है।'

आडवाणी ने कहा, 'जनता यह अवश्य सोच रही है कि इस सरकार को तीन साल और कैसे ढोया जाए। तथ्य यह है कि कौन नेता (प्रधानमंत्री) बनेगा, यह निर्णय पार्टी को करना है। हमारे यहां नेताओं की कमी नहीं है।' उन्होंने हालांकि, यह नहीं कहा है कि वह प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल हैं, लेकिन ऐसी किसी संभावना से साफ इनकार नहीं करके उन्होंने इस मामले के रहस्य को बरकरार रखा है।

आडवाणी ने हालांकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से नागपुर में हाल में मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री के प्रश्न पर कहा था कि पार्टी और देश ने उन्हें जो दिया है वह प्रधानमंत्री पद से अधिक है। बताया जाता है कि आडवाणी की कल से शुरू हो रही देशव्यापी रथ यात्रा की घोषणा से प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा रखने वाले बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता खुश नहीं हैं। इनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी लिया जा रहा है।

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