
लालकृष्ण आडवाणी ने आज बिहार के सारण जिले के सिताब दियारा गांव से अपनी 38 दिवसीय ‘जनचेतना यात्रा’ शुरू कर दी। भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू होने वाली इस यात्रा से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आडवाणी के रथ को हरी झंडी दिखाई। आडवाणी के साथ उनके रथ पर सुषमा स्वराज और अरुण जेटली हैं। यात्रा शुरू करने से पहले आडवाणी ने यूपीए सरकार की जमकर आलोचना की।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की 11 अक्टूबर को बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा से भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू होने वाली 'जनचेतना यात्रा' (रथयात्रा) को लेकर बिहार करीब-करीब तैयार हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस सहित भाकपा (माले) ने हालांकि इस यात्रा का विरोध करने की घोषणा कर दी है।
आडवाणी एक बार फिर रथ पर सवार होने को तैयार हैं। जनचेतना यात्रा के लिए आडवाणी कुछ देर में पटना पहुंचने वाले हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आडवाणी हेलिकॉप्टर से जेपी के गांव सिताबदियारा पहुंचेंगे। सिताबदियारा में आडवाणी का रथ पहुंच चुका है। आडवाणी के रथ को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
बिहार में यात्रा के प्रभारी मंगल पांडेय ने सोमवार को बताया कि मौसम के कारण यात्रा का शुभारम्भ छपरा से होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आडवाणी की रथयात्रा को छपरा में ही हरी झंडी दिखाएंगे। इससे पहले दोनों नेता सिताबदियारा पहुंचकर जयप्रकाश की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। उन्होंने कहा कि आडवाणी की रथयात्रा को लेकर पूरा बिहार तैयार है। 84 वर्ष की आयु पूरी कर चुके आडवाणी के पटना में स्वागत के लिए 84 तोरणद्वार बनाए जा रहे हैं। पूरे शहर में आडवाणी की रथयात्रा से सम्बंधित बड़े-बड़े होर्डिग लगाए गए हैं तथा भाजपा के ध्वजों से पूरा शहर पट गया है। पटना में ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने वाली सभा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
उधर, कांग्रेस, राजद और भाकपा (माले) ने इस यात्रा का विरोध किया है। आडवाणी की रथयात्रा जहां-जहां से गुजरेगी वहां कांग्रेस के कार्यकर्ता काला झंडा दिखाएंगे। वहीं राजद ने आडवाणी की रथयात्रा से साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ने पर विरोध करने का ऐलान कर दिया है तथा कई राजद नेता मंगलवार को राजभवन मार्च करेंगे।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि नीतीश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ इस मार्च का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में साम्प्रदायिक शक्तियों को आने की खुली छूट मिल गई है।
इस बीच भाकपा (माले) के राज्य सचिव नंदकिशोर प्रसाद ने कहा कि 11 और 12 अक्टूबर को आडवाणी की रथयात्रा के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ता जगह-जगह पर प्रतिवाद प्रदर्शन, जनसभा और पदयात्रा करेगी। उल्लेखनीय है कि जयप्रकाश नारायण की जन्मतिथि के मौके पर निकलने वाली यह रथयात्रा दो दिनों तक बिहार में रहेगी और इस दौरान आडवाणी बिहार में 298 किलोमीटर की यात्रा करेंगे तथा छह बड़ी जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे। आडवाणी की इस यात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने भी पुख्ता प्रबंध किए हैं।
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