दिल्ली पुलिस ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के हाल में हुए स्नातकोत्तर मेडिकल प्रवेश प्रश्नपत्र लीक मामले में कथित भूमिका को लेकर आज दो चिकित्सकों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले शाही बलेंद्र बक्शी और विमल दांगी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने पांच व्यक्तियों को कथित रूप से स्नातकोत्तर मेडिकल प्रवेश प्रश्नपत्र लीक करने और कुछ अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन और ब्लूटूथ पर जवाब मुहैया कराकर मदद करने के मामले में गिरफ्तार किया था। इस गिरोह ने प्रत्येक अभ्यर्थी से 25 लाख रुपए लिये थे। गिरोह ने उस प्रश्नपत्र की तस्वीर भेजने के लिए उन्नत सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जिसे दो एमबीए छात्रों द्वारा लिया गया था जो स्नातकोत्तर मेडिकल प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थी के रूप में बैठे थे। इन लोगों ने अपनी कमीज में छुपाकर रखे गए मोबाइल फोन से प्रश्नपत्र की फोटो ली।
पुलिस ने कल प्रगति मैदान से उज्जैन मेडिकल कालेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र मोहित चौधरी को गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि वह इसका मुख्य साजिशकर्ता है। अन्य गिरफ्तार लोगों में डॉ. अमित पुनिया (23), दो एमबीए छात्र कपिल कुमार (27) तथा कष्ण प्रताप सिंह (27) और गिरोह को कम्प्यूटरों के इस्तेमाल में मदद करने वाला स्नातक भीष्म सिंह (27) शामिल है।

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