आयकर विभाग जिनेवा स्थित एचएसबीसी बैंक से प्राप्त गुप्त सूची के आधार पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ विदेश में काला धन रखने के मामले में कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है। आयकर विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि विभाग कुछ मामलों में सम्मन जारी करने तथा तलाशी लेने के बाद अब कर आकलन करने वाले अधिकारियों के पास उन लोगों की सूची भेजेगा, जो विदेश में जमा घन पर कर जमा करा चुके हैं या उसके लिए राजी हो गए हैं।
विभाग को इन नामों का पता जिनेवा से प्रप्त सूची के बाद लगा है। अधिकारी ने कहा कि लीशटेन्सटाइन के एलजीटी बैंक से मिली सूची में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ जो कदम उठाये गये हैं, विभाग उसी तर्ज पर इस मामले में कदम उठाने पर विचार कर रहा है।
आयकर कानून के तहत अभियोजन साबित होने पर कारावास और जुर्माना लगाया जा सकता है। अधिकारी ने कहा कि हालांकि इन इकाइयों ने आयकर अधिकारियों से अपने खिलाफ अभियोजन नहीं चलाने का अनुरोध किया है। इस बारे में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद इस बारे में अंतिम निर्णय किया जाएगा।
भारत को फ्रांस सरकार से 700 से अधिक एचएसबीसी खातों के बारे में जानकारी मिली है। विभाग ने अबतक 80 मामलों में 438 करोड़ रुपये की अघोषित आय तथा 135 करोड़ रुपये की आयकर चोरी का पता लगाया है।
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