आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने बिहार को बिजली की स्थिति सुधारने की नसीहत देते हुए शनिवार को कहा कि बिना उर्जा के यहां भारी उद्योग जगत का निवेश संभव नहीं है। बिड़ला ने वैश्विक बिहार सम्मेलन में एक पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए कहा, बिहार में भारी उद्योग का निवेश नहीं आ रहा है, क्योंकि यहा बिजली की कमी है। बिहार को बिजली की स्थिति सुधारने के लिए निजी निवेश को प्रोत्साहित करना चाहिए।
नीतीश कुमार के नेतृत्व की तारीफ करते हुए उद्योगपति ने कहा कि बिहार पिछड़ेपन की स्थिति से निकलकर बदलाव के कगार पर है। राज्य ने चुनौतियों का सफल क्रियान्वयन कर उसे अवसरों में तब्दील किया है। बिजली के प्रति व्यक्ति उपभोग के 700 यूनिट के राष्ट्रीय औसत के मुकाबले बिहार पूरे देश में बहुत पिछड़ा है। बिडला ने बिहार को केजी बेसिन क्षेत्र से निकलकर गुजरने वाली एचपीजे गैस पाइपलाइन से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति लेने के लिए सुझाव दिया जो राज्य की उर्जा जरूरतों को पूरा करेगा।
उन्होंने कहा राज्य के सकल घरेलू उत्पाद दर में उत्पादन क्षेत्र का योगदान बहुत कम है। इसका योगदान बढाना होगा। राज्य सरकार को सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग बढावा देना होगा। जीएसडीपी में कृषि आधारित का योगदान 70 फीसदी है, जबकि उत्पादन का केवल पांच फीसदी है।

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