जमुई में वनरक्षी फिरौती के लिए अगवा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 6 अप्रैल 2012

जमुई में वनरक्षी फिरौती के लिए अगवा


 बिहार के जमुई जिले में वृक्षारोपण के दौरान नक्सलियों द्वारा अगवा किए गए वनरक्षी नरेश सिंह का दो दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिल सका है। इधर, नक्सलियों ने वनरक्षी के घर फोनकर 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की है। पुलिस के अनुसार वनरक्षी नरेश सिंह बेलम्बा और अमझरी इलाके के बीच वृक्षारोपण का कार्य करवा रहे थे तभी मंगलवार की शाम अज्ञात लोगों ने उनका अपहरण कर लिया। जमुई के पुलिस उपाधीक्षक एम. के. आनंद ने शुक्रवार को बताया कि अगवा वनरक्षी को मुक्त कराने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने फिरौती के लिए उनको अगवा किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की प्राथमिकी सोनो थाने में दर्ज करा दी गई है। 

इधर, अगवा हुए वनरक्षी के पुत्र शमशेर सिंह ने कहा कि अपहरणकर्ताओं ने फोन पर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी है। शमशेर ने बताया कि अपहर्ताओं ने उन्हें फोन पर कहा, "रेंजर और वन प्रमंडल पदाधिकारी को लेकर गिद्धेश्वर पहाड़ी पर पैसा लेकर आओ व अपने पिता को ले जाओ।" उन्होंने चेतावनी भी दी, "अगर फिरौती नहीं दी गई तो तुम्हारे पिता का शव भेज दिया जाएगा।"


कोई टिप्पणी नहीं: